लेखनी कहानी -01-Sep-2022 सौंदर्या का अवतरण का चौथा भाग भाग 5, भाग-6 भाग 7 रक्षा का भारत आना ८भाग २१भ

४७ - दीपक रिपोर्ट के साथ गया डॉक्टर के पास

दीपक और रानी दोनों ही बड़े चिंतित हैं। इतनी भागदौड़ इतनी परेशानी झेलने के बाद भी आखिर क्या परिणाम मिलने वाला हैं। इसी सोच विचार के उहापोह में भटक रहे हैं, और सोचते हैं। कि पता नहीं डॉक्टर साहब रिपोर्ट देखकर क्या बताने वाले हैं। कई बार मन में विचार आता है, कि कुछ अच्छा ही होगा। कुछ ऐसा सुखद होगा ।परंतु अगले ही पल मन में विचार आता है, कितने दिनों में कुछ नहीं हुआ, तो आगे भी क्या होगा। विचारों का मंथन दिमाग में उथल-पुथल मचा रहा है। दीपक और रानी दोनों एक दूसरे से अपने विचार साझा करते हुए बिस्तर पर चले जाते हैं। आखिर में बातचीत करते हुए सो जाते हैं। सोते-सोते भी उनको इसी प्रकार के सपने दिखाई दे रहे हैं। क्योंकि सपनों में वही आता है, जो हमारे दिमाग में होता हैं। रानी और दीपक के दिमाग में तो सिर्फ और सिर्फ एक शिशु की कहानी चल रही है। दीपक और रानी बेडरूम में सो रहे थे। कि अचानक रानी के चीखने की आवाज आई। रानी की चीखने की आवाज सुनकर दीपक भड़भड़ाकर कर उठा। उठकर उसके देखा कि रानी तो सो रही है, वह गहरी नींद में है। फिर उसने सोचा... कि रानी जब सो रही है, तो उसकी आवाज कहां से आई।

दीपक को समझते देर न लगी। कि रानी के मन मस्तिष्क में सिर्फ एक ही धारणा चल रही है, जिसको स्वप्न रूप में उसने सोते समय देख लिया होगा। और उसके चीखने की वजह भी वही रही होगी। यही सोच कर दीपक से फिर लेट कर सो गया। सुबह जब रानी की आंख तो बड़ी खुश नजर आ रही थी उसके चेहरे पर एक नूर सा दिख रहा था दीपक ने पूछा ऐसा क्या हो गया जो तुम इतनी खुश नजर आ रही हो रानी मेरे दीपक से कहां पता है आज सपने में क्या देखना बोला मुझे कैसे पता हो सकता है तो मुझे अभी तक बताया ही नहीं कि तुमने सपने में क्या देखा है अब यह बताओगी तभी तो पता चलेगा कि तुमने सपने में क्या देख रहा है चलो बताओ मुझे सपने में देखना आज सपने में एक मेरे साथ खेल रही थी मां कह रही थी अचानक से वह बच्ची मेरे हाथों से छूट गई काफी देर देखने पर भी मुझे दिखाई नहीं दे रही थी इसीलिए अचानक मेरे मुख से एक चीख निकल गयी क्योंकि मैं उस बच्ची को खोना नहीं चाहती थी। दीपक बोला,..... परेशान मत हो... भगवान.... तुम को बच्ची जरूर देंगे। तुम्हारी मनोकामना जरूर पूर्ण करेंगे। हो सकता है....भगवान ने ऐसा सपना दिखाकर.. तुम्हारी आशाओं, उम्मीदों को मजबूती दे दी हो,हो सकता है.... तुम्हारे जीवन में कोई आने वाला हो। जिसकी वजह से तुम्हें पहले से ही स्वप्न में आगाह कर दिया गया हो। रानी बोली ऐसा ही हो। भगवान तुम्हारी प्रार्थना जरूर सुन ले।यही हार्दिक इच्छा है मेरी। दीपक की नींद अभी पूरी नहीं हुई थी उसकी आंखें नहीं खुल रही थी अभी और सोना चाहता था रानी से बोला कि थोड़ी देर तुम चुपचाप सो जाओ मुझ अभी और नींद आ रही है मुझे उठने का मन नहीं कर रहा है, थोड़ी देर सो लूंगा तो मैं फ्रेश  महसूस करूंगा ।रानी बोली- अच्छा ठीक है, आप सो जाइए ।परंतु रानी ने बिस्तर छोड़ दिया और एक कप चाय बना कर ले आई और पीने बैठ गयी। चाय पीकर रानी नहाने धोने चली गई। नहा धोकर वह रसोई में काम संभालने लगी। उसने सोचा जब दीपक सोकर  उठेंगे तो उन्हें आज ऑफिस भी जाना है और डॉक्टर के यहां भी जाना है। इसलिए रानी ने किचन में जाकर खाना तैयार किया। क्योंकि उसे पता था, कि जब तक दीपक सो कर है, रानी खाना वाना बनाकर तैयार कर ले , क्योंकि दीपक के उठने का टाइम पर वह दीपक को चाय बना कर देगी, या खाना बना कर देगी। क्या क्या कर लेगी?  काम में बड़ा ही हॉच पाॅच होगा। इसलिए उसमें खाना पहले ही तैयार कर लिया था।धं धन

तंइ‍सुबह का 8:00 बज चुका था परंतु दीपक टस से मस नहीं हो रहा था।उसकी नींद खुलने का नाम नहीं ले रही थी। इतने में रानी के पिता डॉक्टर साहब का फोन आया। वह भी रानी और दीपक के लिए बड़े ही चिंतित  रहते थे। जानना चाहते थे, कि आखिर डॉक्टर ने क्या बताया है। रानी ने फोन उठाया- पिता को प्रणाम किया। और डॉक्टर साहब से पूछा- कि पापाआप कैसे हो।डॉक्टर साहब ने कहा- मैं ठीक हूं। यह बताओ , कि तुम्हें डॉक्टर ने क्या बताया है। तब रानी ने अपने पिताजी को सारी कहानी कह सुनाई । उसने बताया कि डॉक्टर साहब ने चेकअप किया। बहुत सारे टेस्ट कराने को लिखा। वह सारे टेस्ट वह करा आई है जिसकी कि आज रिपोर्ट मिलेगी। और रिपोर्ट मिलने पर डॉक्टर कुछ बता पाएंगे। इसलिए अभी दीपक डॉक्टर के पास जाएंगे। सारी रिपोर्ट्स कलेक्ट कर के फिर डॉक्टर से मिलेंगे। रिपोर्ट दिखाएंगे उसके बाद ही पता चलेगा कि डॉक्टर ने क्या कहा- रानी के पिता ने कहा ठीक है,जैसा भी हो मुझे फोन कर अवगत कराना। रानी ने कहा- ठीक है पापा।

अपने पिता से बात करने के बाद रानी ने फोन को रखा,और दीपक को जगाया। दीपक से रानी ने कहा- उठिए अब 8:00 बज चुके हैं,बहुत देर हो गई है। दीपक ने कहा- आठ बज गए हैं! यह कहकर वह जल्दी से उठा। रानी को सुप्रभात बोला- और बाथरूम के तरफ भाग गया, बाथरूम में गया हुआ तब बाहर आया। तब तक रानी ने उसके लिए चाय तैयार कर दी थी। दीपक ने बैठकर चाय पी, और चाय पीते पीते अस्पताल जाने की तैयारी पूर्ण कर ली थी।  उसके बाद वह बाथरूम में नहाने गया, नहा के आया तो रानी ने उसका तैयार कर दिया था जाने की तैयारियां पूर्ण हो चुकी थी‌।  रानी आज अस्पताल नहीं जा रही थी, क्योंकि आज रानी का कोई काम नहीं था। दीपक ने कहा-ठीक है, मै जाता हूं। अगर कोई जरूरत होगी, तो मैं तुम्हें फोन करूंगा। और तुम तैयार हो जाना, तो मैं तुम्हें लेने आ जाऊंगा। रानी ने कहा- ठीक है पहले तो कोई जरूरत पड़ेगी ही नहीं, क्योंकि डॉक्टर को तो रिपोर्ट ही देखते हैं मेरा चेकअप तो कर ही चुके हैं रानी ने कहा हां ठीक है। दीपक ने यह भी कहा मैं अस्पताल से सीधे ऑफिस निकल जाऊंगा। क्योंकि कल तो मैंने छुट्टी भी ली यही थी

आज छुट्टी नहीं ले सकता। यह कहते हुए कि यह घर से निकल पड़ा। बाकी बातें मैं शाम को आकर बताऊंगा। थोड़ी ही देर में दीपक अस्पताल के गेट पर पहुंचा वहां जाकर पता चला अभी रिपोर्ट काउंटर नहीं खुला है थोड़ी देर तक इंतजार करना पड़ा था दीपक रिपोर्ट काउंटर के बाहर खिड़की पर ही खड़ा था थोड़ी देर बाद लड़की कुली सबसे पहले नंबर पर दीपक ही था दीपक ने अपनी स्लिप दिखाई और रानी की रिपोर्ट कलेक्ट के उसे एक्स-रे रूम में जाकर वहां से उसने का एक्सरे कलेक्ट किया सारी रिपोर्ट कलेक्ट कर के तो दीपक डॉक्टर के रूम पर आया वह देखा कि डॉक्टर साहब तो अभी बैटरी नहीं है नर से पूछा तो उसने कहा डॉक्टर साहब तो 10:00 बजे आएगे। अभी आपको इंतजार करना पड़ेगा। दीपक ने सोचा, कि ऑफिस चला जाए। लेकिन ऑफिस से वापस आना बहुत मुश्किल हो जाएगा। और देर हो गई तो डॉक्टर नहीं मिल पाएंगे। इसलिए दीपक ने इंतजार करना ही उचित समझा। वह डॉक्टर के रूम के बाहर बैठ कर इंतजार कर रहा था। कि कब डॉक्टर आएंगे।अभी  9:50 हुआ था। लेकिन इंतजार करने के अलावा और कोई चारा नहीं था अभी 10 मिनट के लिए दीपक को इंतजार ही करना था। दीपक ने नर्स के पास पड़ी टेबल से मैगजीन उठाई,और मैगजन को पलटने लगा।  10 मिनट का समय पास करने के लिए उसने मैगजीन  पलटा। तो अचानक उसकी नजर एक स्टोरी पर पड़ी उस स्टोरी को पढ़कर दीपक को बड़ा ही सुखद एहसास  हुआ। और बड़ा ही प्रोत्साहन मिला। उसे उस कहानी को पढ़कर 10 मिनट का सदुपयोग महसूस होने लगा। उसने झट से पॉकेट से फोन निकाला और उसे स्टोरी की फोटो खींच ली स्टोरी की फोटो उसमें इसलिए खींची थी क्योंकि उसे वह स्टोरी इतनी अच्छी लगी कि उसने सोचा कि वह रानी को भी पढ़ाएगा। स्टोरी पढ़ते पढ़ते ही 10:00 बज गया इतने में डॉक्टर साहब का आगमन हुआ डॉक्टर साहब को देखते ही खड़ा हो गया डॉक्टर साहब अंदर जाकर अपनी सीट पर पर बैठ गए।उन्होंने घंटी बजाई घंटी बजाने पर नर्स अंदर गई डॉक्टर साहब ने अंदर से दीपक को अंदर बुलाने को कहा- कि बाहर आकर नर्स ने दीपक से कहा- कि आप अंदर चले जाइए । नर्स के कहते ही दीपक डॉक्टर साहब के रूप में प्रवेश कर गया।

डॉक्टर साहब को प्रणाम कर के सामने कुर्सी पर बैठ गया। डॉक्टर साहब ने दीपक से रानी की रिपोर्ट्स दिखाने को कहा- दीपक ने सारी रिपोर्ट डॉक्टर साहब के सामने रख दी। डॉक्टर साहब रिपोर्ट देख रहे थे,और दीपक डॉक्टर साहब के फेस को देख रहा था। रिपोर्ट देखते देखते डॉक्टर साहब के चेहरे पर आ रहे भावों को दीपक पढ़ने की कोशिश कर रहा था।  दीपक बार-बार उन्हीं के चेहरे को निहार रहा था। डॉक्टर साहब क्या बोलेंगे यह तो दीपक को नहीं पता था। लेकिन डॉक्टर साहब की मुस्कान देखकर दीपक को भी तसल्ली हो रही थी। कि शायद रिजल्ट कुछ अच्छा ही आए। परंतु बहुत देर डॉक्टर साहब को रिपोर्ट देखते हुआ तो दीपक से रहा नहीं गया। उसमें डॉक्टर साहब से पूछा- कि डॉक्टर साहब मेरा दिल बैठा जा रहा है, कुछ तो बताइए कि आखिर रिपोर्ट्स में क्या है, डॉक्टर साहब ने कहा -आप धैर्य रखो ।सब कुछ बताऊंगा मुझे तो समझ लेने दो पहले।बताता हूं..... इतने भी दीपक का फोन पर फोन बजने लगा। फोन दीपक के ऑफिस से था। दीपक ने फोन उठाया उधर से उसका बाॅस बोल रहा था। क्योंकि  दीपक लेट हो गया था ,इसलिए बॉस ने कॉल किया। दीपक ने कहा - सर बस 10 मिनट में पहुंचता हूं। और मैं आपको ऑफिस पहुंच कर बताता हूं कि मैं क्यों लेट हुआ। फोन रख कर‌ सेक्स डॉक्टर के कमरे में गया और उसने डॉक्टर से विनती की, कृपया जल्दी मुझे बताएं। के रिपोर्ट्स में क्या है, डॉक्टर साहब ने हंसते हुए कहा- तुम्हारे लिए खुशखबरी है, खुशखबरी.....… तुम्हारी पत्नी रानी मां बन सकती है। लेकिन उसे कुछ प्रोसेस से गुजरना होगा। कुछ दवाएं लेनी होगी। तुम्हारे लिए आज के लिए इतना काफी है। तो आज अभी तुम आफिस चले जाओ।  कल फिर अपनी पत्नी को लेकर आना। तब मैं पूरी बात आपको डिटेल से समझा दूंगा। ठीक है सर। खुशखबरी... के लिए थैंक यू..… और मैं कल रानी के साथ आता हूं। कहकर दीपक ऑफिस से अस्पताल के लिए निकल गया।

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3 Comments

Khushbu

05-Oct-2022 02:58 PM

Nice

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Bahut khoob 🙏🌺

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Gunjan Kamal

26-Sep-2022 10:36 AM

शानदार

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